
हम सब चिकित्सकों को ईश्वर का दूसरा रूप मानते हैं जो कि काफी हद तक सही भी है क्योंकि चिकित्सक ही हमें दूसरी जिंदगी देते हैं। मगर क्या होगा अगर जिंदगी देने वाला ही लापरवाह बन जाए। बता दें कि रुद्रपुर के जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई और स्वजनों का कहना है कि डॉक्टर ने डिलीवरी नशे की हालत में की है। इस मामले की जांच फिलहाल पुलिस कर रही हैं और इस दौरान चिकित्साकर्मियों के बीच झड़प भी हुई। बता दें कि नवजात के परिवार वालों ने चिकित्सक पर आरोप लगाया है कि उसने नशे की हालत में उपचार किया है। दरअसल मामला यह है कि बस अड्डा कॉलोनी गदरपुर निवासी फईम की पत्नी नगमा गर्भवती थी जो कि दर्द शुरू होने पर जिला अस्पताल गई और वहां चिकित्सकों का कहना था कि बच्चा नार्मल होगा मगर बाद में डॉक्टरों ने बताया कि नगमा का ऑपरेशन करना होगा स्वजन राजी भी हो गए और डॉक्टरों ने नगमा का ऑपरेशन किया जिसके बाद डॉक्टर ने स्वजनों को कुछ भी नहीं बताया और नवजात को आईसीयू में ले गए और आईसीयू से निकलने के बाद उन्होंने बताया कि नवजात मृत पैदा हुआ है जबकि नगमा के स्वजनों का कहना है कि बच्चा स्वस्थ पैदा हुआ था और उसके हाथ, आंख और गले में कट के निशान मिले हैं। इस बात पर स्वजनों ने अस्पताल में खूब हंगामा किया और कहा कि डॉक्टर नशे में था तथा उसकी लापरवाही के चलते ही नवजात की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है।
