
देहरादून| प्रदेश सरकार इसी सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर रही है| विद्यालय शिक्षा में इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा| कक्षा 1 में दाखिला लेने से पहले ही बच्चों का अक्षरों, शब्दों और संख्या से परिचित हो इसकी कोशिश की जा रही है| प्रदेश के सभी 22066 आगनबाडी केंद्र चालू शैक्षिक 2022-23 में ही पूर्ण प्राथमिक प्री-प्राइमरी स्कूलों के रूप में काम शुरू कर देंगे| जिसके लिए तैयारी शुरू हो चुकी है| शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है| प्रदेश सरकार इसी सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर रही है| शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि पहले चरण में प्राथमिक शिक्षा को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है| कक्षा एक में दाखिला लेने से पहले ही बच्चों का अक्षरों, शब्दों और संख्या से परिचित हो, इसकी कोशिश की जा रही है| इसके लिए पूर्व प्राथमिक कक्षाएं संचालित की जाएंगी| यह कक्षाएं आंगनबाड़ी केंद्रों में चलेंगी| सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय परिसर में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र में पूर्व प्राथमिक कक्षाएं चलाई जाएंगी| ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या तकरीबन 5000 है, जो प्राथमिक विद्यालयों के परिसर में ही चल रहे हैं| इनमें आगामी जुलाई माह तक पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन प्रारंभ हो जाएगा| राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत कक्षा 1 में प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिए स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम भी बनाया जा रहा है| इसमें बच्चों को स्कूल के माहौल में डाला जाएगा सहज वातावरण और सामान्य व्यवहार संबंधी आवश्यक जानकारी बच्चों को दी जाएगी|
