
उत्तराखंड राज्य में फिलहाल नगर निकायों के चुनाव टाले जा सकते हैं। बता दे कि शासन ने चुनाव के दृष्टिगत 75 दिन की समय सारणी प्रस्तावित की थी लेकिन परिस्थितियों के हिसाब से उन्हें अमल में लाना संभव नहीं हो रहा है और अभी तक मतदाता सूचियो का पुनरीक्षण भी नहीं हो पाया है। इस कार्य में कम से कम तीन माह का समय लगता है। उत्तराखंड राज्य में नगर निकायों की संख्या 110 है और इनका कार्यकाल आगामी नवंबर में खत्म होने जा रहा है हालांकि दो नगर निकायों का चुनाव अगले वर्ष पूर्ण होना है और तीन निकायों में चुनाव नहीं होते। शेष निकायों का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो जाएगा और इनमें चुनाव कराए जाने हैं। बता दे कि कार्यकाल खत्म होने से 15 दिन पहले या फिर 15 दिन बाद चुनाव कराने का प्रावधान है और चुनाव न होने की स्थिति में उनमें 6 माह के लिए प्रशासक बैठाए जा सकते हैं। फिलहाल नगर निकायों के चुनाव टल सकते हैं क्योंकि सबसे अहम मतदाता सूचियो का पुनरीक्षण है जो कि अभी तक नहीं हो पाया है। मतदाता सूचियो के पुनरीक्षण के लिए घर-घर सर्वेक्षण करने के बाद सूची तैयार की जाती है मगर अभी तक यह सूची तैयार नहीं हुई है जिस कारण नगर निकायों के चुनाव टल सकते हैं।
