
उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में 50 पटवारी क्षेत्र हैं लेकिन इनमें से केवल 26 ऐसे क्षेत्र हैं जहां का काम सुचारू रूप से चल रहा है। बाकी क्षेत्रों का काम अटका पड़ा है। बता दें कि बीते 4 महीने से यहां पटवारी ही नहीं है जिससे कि इन क्षेत्रों का काम प्रभावित हो रहा है। लोग परेशान होकर इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर है मगर जिम्मेदार अधिकारी फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। 23 जून 2022 से उत्तराखंड लेखपाल संघ ने अतिरिक्त प्रभार वाले क्षेत्रों का काम छोड़ दिया था इसके बाद संघ के शासन स्तर पर एक दौर वार्ता हो चुकी थी लेकिन इसका कोई नतीजा ना निकल पाने के कारण अभी तक जिलें में 24 पटवारी क्षेत्र खाली हैं और यहां पर पटवारी नहीं है। इस मामले में संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र मिश्रा द्वारा बताया गया कि मानदेय बढ़ाए जाने व पटवारियों की शीघ्र नियुक्ति किए जाने की मांग की है लेकिन इस मामले में अभी तक सहमति नहीं बनी है इसलिए हम लोग अधिक प्रभार वाले क्षेत्रों का काम छोड़ रहे हैं। बता दें कि लेखपालों की हड़ताल के कारण लोगों को पीएम किसान सम्मान निधि नहीं मिल पा रही है इसके अलावा दाखिल खारिज नहीं निकल पा रही है।इसके अलावा राजस्व से जुड़े काम भी ठप पड़े हैं तथा नए पेंशनरों की रिपोर्ट भी नहीं मिल पा रही हैं और पैमाइश संबंधी कार्य भी नहीं हो रहे हैं।
