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उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में भी लंपी वायरस दस्तक दे चुका है और कुमाऊं के नैनीताल में लंपी वायरस के 31 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से 10 पशु काफी गंभीर हालत में है। बता दें कि कुमाऊं में यह बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है तथा इस बीमारी ने पशुपालन विभाग की चिंता भी बढ़ा दी है। पशुपालकों के लिए विभाग द्वारा फोन नंबर भी जारी किया गया है। बता दें कि जिले में 10 दिनों के अंदर 31 गायें इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इनमें से 21 गायों ने 50% से अधिक रिकवरी कर ली है इन्हें ठीक होने में अभी कुछ समय और लग सकता है।
बता दें कि यह वायरस इतना अधिक इसलिए फैल रहा है क्योंकि मच्छर ,मक्खी का सीधा संपर्क एक गाय से दूसरे गाय के बीच हो रहा है। इस वायरस के शुरुआती लक्षण पशुओं में तेज बुखार, आंखों में आंसू और नाक से लार गिरना आदि हैं और यही नहीं बल्कि इस बीमारी के दौरान पशुओं के शरीर में दाने भी बन रहे हैं जिसमें मवाद भर रहा है। इस वायरस के दौरान संक्रमित पशु की विशेष देखरेख करने की आवश्यकता है। बता दें कि पशु चिकित्सक सलाह दे रहे हैं कि हमें संक्रमित पशुओं के दूध पीने में सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि अभी तक पशुओं के दूध से इंसानों में किसी भी बीमारी का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन फिर भी पशु चिकित्सक द्वारा सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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