
एक बार फिर से नवंबर माह में रसोई घर का बजट बिगड़ता हुआ नजर आ रहा है। बता दें कि महीने की शुरुआत के साथ ही रोजमर्रा की चीजों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है और खाने- पीने की चीजें महंगी होने से रसोई घर का बजट भी बिगड़ रहा है। बता दें कि नवंबर माह में कई ऐसी वस्तु है जिनके दाम 20 फ़ीसदी तक बढ़े हैं और सबसे ज्यादा इजाफा तेल की कीमतों में हुआ है और वहीं दूसरी तरफ गेहूं महंगा होने से आटा, सूजी और मैदे के दामों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। व्यापारियों के अनुसार इस माह खाद्य पदार्थों के दामों में कोई भी राहत नहीं मिल पाएगी। जहां एक तरफ खाद्य तेलों की कीमतों में इजाफे का क्रम बीते 2 माह से थमा हुआ था इसी बीच एक बार फिर से तेल की कीमतों में इजाफा हो गया है। सोयाबीन का तेल 10 से ₹15 प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है और वहीं दूसरी तरफ सूरजमुखी तेल के दामों में 25 से ₹30 तक बढ़ोतरी हुई है। अगर आटे की हम बात करें तो आटे में ₹3 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और चीनी ₹2 प्रति किलोग्राम तक महंगी हुई है। वहीं दाल भी 5 से ₹10 तक महंगी हो चुकी है। इन खाद्य पदार्थों की कीमतों में महंगाई से रसोई घर का बजट बिगड़ चुका है।
