उत्तराखंड किसान मोर्चा ने शासन- प्रशासन के नुमाइंदों पर लगाया आपदा पीड़ित किसानों के अनदेखी का आरोप

इस वर्ष उत्तराखंड राज्य में किसानों को आपदा के चलते काफी नुकसान झेलना पड़ा है। बता दे कि उत्तराखंड किसान मोर्चा ने शासन और प्रशासन के नुमाइंदों पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सरकार आपदा पीड़ितों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। बीते 11 जुलाई को सोलानी नदी का तटबंध टूटा और पथरी नदी तथा गंगा के उफान पर आने से बाढ़ ने लक्सर और खानपुर क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई। बाढ़ के कारण लोगों के घर और दुकानों में रखा सामान पूरी तरह बर्बाद हो चुका है और किसानों की फसले भी खराब हो चुकी हैं लेकिन फिर भी सरकार किसानों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। किसानो की फसल पूरी तरह तबाह हो गई है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय हो चुकी है। शासन और प्रशासन किसानो को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है और बर्बाद हुई फसलों का वाजिब मुआवजा किसानों को नहीं मिल पाया है और जो भी मिल रहा है उसके लिए भी उन्हें लगातार तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही निजी स्कूल के बच्चों पर लगातार फीस लाने का दबाव है और फीस न लाने पर उन्हें परीक्षा में न बैठने देने की धमकी दी जा रही है इस तरह से उत्तराखंड किसान मोर्चा ने शासन और प्रशासन पर किसानों के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।