हरिद्वार। पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने के बाद भी कई लोग विकल्प न होने पर प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं मगर वही उत्तराखंड के धर्मनगरी हरिद्वार में प्लास्टिक का विकल्प तैयार कर लिया गया है जी हां प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए नगर निगम ने गंगाजल ले जाने के लिए जूट, कांच और बांस की बोतल बनवाई है और गंगा घाटों पर बैठने के लिए प्लास्टिक की जगह जूट, कपड़े और रेक्सीन की चटाई अभी तैयार करवा ली गई हैं। हालांकि विकल्प ना होने के कारण हरकी पौड़ी पर प्लास्टिक की केन और प्लास्टिक की चटाई का प्रयोग किया जा रहा है कई प्रतिबंधों के बाद भी इन पर रोक नहीं लग रही है और इसका मुख्य कारण यही है कि वहां पर प्लास्टिक का विकल्प नहीं है मगर गंगा घाट पर प्लास्टिक का प्रयोग रोकने हेतु हरिद्वार नगर निगम ने पहल की है। बीते सोमवार को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने इन बोतलों और चटाई को लोगों को उपलब्ध कराने हेतु शुभारंभ किया। प्लास्टिक के बदले प्रयोग में लाने हेतु इस सामग्री को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से तैयार करवाया गया है और अब श्रद्धालु गंगाजल ले जाने के लिए प्लास्टिक की जगह जूट, कांच और बांस की बोतलों का प्रयोग करेंगे।
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