
देहरादून। उत्तराखंड राज्य के जंगलों में जितने भी अवैध धार्मिक स्थल बनाए गए हैं उन सभी की जांच की जाएगी जिसके बाद जो भी धार्मिक स्थल अवैध पाया जाएगा उसे हटा दिया जाएगा। बता दें कि जांच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि धार्मिक स्थल कब से वन क्षेत्रों में है इन धार्मिक स्थलों में मंदिर, मजार, दरगाह व समाधि स्थल सभी को शामिल किया गया है और जो भी धार्मिक स्थल अवैध रूप से स्थापित होंगे उन्हें कार्यवाही करके तुरंत हटा दिया जाएगा।
इस संबंध में प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु द्वारा निर्देश दिए गए हैं। उनके निर्देशानुसार सभी धार्मिक स्थलों की जांच होगी जिसके बाद जो भी धार्मिक स्थल अवैध रूप से स्थापित होगा उसे हटा दिया जाएगा।बता दें कि बीते कुछ समय से उत्तराखंड राज्य के जंगलों में धार्मिक स्थलों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है और धार्मिक स्थलों में कई तरह के आयोजन भी हो रहे हैं जिससे जंगलों की शांति भंग होने के साथ वन्यजीव भी प्रभावित हो रहे हैं इसलिए वन क्षेत्रों में बने अवैध धार्मिक स्थलों को कार्यवाही कर हटा दिया जाएगा। बता दें कि इस संबंध में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु द्वारा प्रमुख मुख्य वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल को पत्र भेजकर जांच करने को कहा गया है।
