
उत्तराखंड राज्य में पहली बार देहरादून जिले में हरियल कबूतर देखने को मिला है जोकि महाराष्ट्र का राज्य पक्षी है। बता दे कि महाराष्ट्र में इसे यलो फुटेड ग्रीन पीजन यानी कि हरियल कबूतर के नाम से जाना जाता है जो कि उत्तराखंड राज्य के देहरादून में पहली बार देखने को मिला है। इसे वन विभाग की टीम द्वारा सहस्त्रधारा रोड से रेस्क्यू किया गया जिसके बाद जंगल में कबूतर को सुरक्षित छोड़ दिया गया। बता दें कि हरियल कबूतर मिलने के बाद अब विशेषज्ञों द्वारा उत्तराखंड में इसके निवास स्थानों की तलाश की जा रही है।
हरियल कबूतर के बारे में वन विभाग की रेस्क्यू टीम को बीते बुधवार की देर रात को सूचना मिली कि सहस्त्रधारा रोड में आईटी पार्क के पास एक पक्षी भवन की दीवार पर बैठा है जो कि काफी घायल है। रेस्क्यू टीम सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंची और उन्होंने पक्षी को रेस्क्यू किया जिसके बाद विभाग के कार्मिकों द्वारा बताया गया कि येलो फुटेड ग्रीन पीजन है और यह जमीन पर नहीं बैठता है जब यह घायल होता है तभी यह जमीन पर बैठता है तथा मुख्य रूप से भारत के महाराष्ट्र और मध्य भारत में यह पक्षी पाया जाता है जो कि उत्तराखंड राज्य के देहरादून में पहली बार देखा गया है।यह कबूतर एक सामाजिक प्राणी है जो कि झुंड में ही पाए जाते हैं इनका झुंड काफी छोटा यानी कि 5 से 10 कबूतरों का होता है कबूतर को वन विभाग की टीम के द्वारा प्राथमिक उपचार देकर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया। इसका आकार कबूतर की तरह होता है मगर यह हरियल पक्षी के नाम से जाना जाता है।
