Uttarakhand- टनल हादसे में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए की जा रही है भगवान की उपासना…… सुरंग के बाहर स्थापित किया गया यह मंदिर

उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे के दौरान फंसे श्रमिकों को निकालना काफी चुनौती पूर्ण कार्य बनता जा रहा है और इसके लिए रेस्क्यू अभियान भी चलाया जा रहा है।

बीते शनिवार को पीएमओ के सचिव मंगेश घिल्डियाल और पीएम के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे भी अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी पहुंचे और यहां पर रेस्क्यू की कमान अपने हाथ में ले ली। इसके अलावा श्रमिकों की सुरक्षा और उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए देवताओं की भी उपासना की जा रही है। बता दे कि सुरंग के बाहर बौखनाग देवता का मंदिर स्थापित किया गया है। हारीजान्टल बोरिंग भी शुरू की गई है फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए 500 मीटर लंबी बोरिंग करनी होगी लेकिन इसमें एक सप्ताह का समय लगेगा। प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे का कहना है कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए 4 से 5 दिन का समय लगेगा और सभी विकल्पों पर काम शुरू कर दिया गया है इस समय केवल 41 श्रमिकों की जिंदगियां बचाकर उन्हें सकुशल बाहर निकलना ही सबसे बड़ा लक्ष्य है तथा बचाव कार्य की धीमी प्रगति से पीएमओ भी चिंतित हैं। रेस्क्यू अभियान में बीते शनिवार को कुछ तेजी दिखी लेकिन अभी भी श्रमिकों तक पहुंचना काफी मुश्किल हो रहा है तथा भगवान की उपासना के लिए सुरंग के बाहर बौखनाग देवता के मंदिर की स्थापना भी कर दी गई है।