Uttarakhand-राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बिजली कटौती के विरुद्ध रखा मौन उपवास….. राज्य सरकार पर साधा निशाना

उत्तराखंड राज्य वर्तमान में बिजली कटौती के संकट से जूझ रहा है ऐसे में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ उद्योगपति भी परेशान है क्योंकि बिजली कटौती के कारण उद्योगों में उत्पादन की मात्रा में गिरावट आ रही है।इसी को देखते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज दिनांक 22 अप्रैल 2022 को शुक्रवार के दिन बिजली कटौती और पेयजल संकट के खिलाफ मौन उपवास किया। साथ ही में उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए राज्य सरकार पर निशाना भी साधा। उनका कहना था कि राज्य में बिजली कटौती राज्य सरकार की लापरवाही का ही परिणाम है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि ओम शांति- शांति- शांति। राज्य में सरकार की लापरवाही की वजह से विद्युत संकट पैदा हुआ है उससे लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही हैं।साथ में उन्होंने यह भी लिखा था कि बिजली कटौती अघोषित तरीके से हो रही है जिससे अध्ययनरत छात्र, इंडस्ट्रीज, व्यवसायी आदि परेशान है। तथा उन्होंने यह भी कहा है कि मेरे इस प्रयास को राजनीतिक तरीके से ना लिया जाए मेरी आवाज एक निजी प्रयास है तथा एक सीनियर सिटीजन होने के नाते मैं यह कह रहा हूं ताकि सरकार अपनी कमियों को देख सके और व्यवस्था को दुरुस्त कर सके।