Uttarakhand- भीमताल में नरभक्षी जानवर का खौफ…. लोगों के साथ घरों में कैद हुए पालतू पशु… सब्सिडी में दिया जा रहा है चारा

उत्तराखंड राज्य के भीमताल और नैनीताल क्षेत्र में इन दिनों नरभक्षी गुलदार का काफी खौफ है। बता दें कि गुलदार के डर से लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं और उनके साथ-साथ पालतू पशु भी कैद होने के लिए मजबूर है। विकासखंड भीमताल के अलचौना क्षेत्र के ताड़ा गांव में नरभक्षी का खौफ अभी तक कम नहीं हो पा रहा है।

पिछले कई दिनों से इसने कई लोगों को अपना शिकार भी बना दिया है और ग्रामीणों ने भी बीते शुक्रवार को अपनी गायों को बाजपुर गौशाला भेज दिया। उनका कहना है कि नरभक्षी के भय के चलते चारा लाने के लिए जंगल नहीं जा पा रहे हैं। कुछ महिलाएं मजबूरी के चलते चारा लाने के लिए समूह में जा रही है। नरभक्षी के पकड़े जाने तक ऐतिहात बरतना होगा इसलिए खेती-बाड़ी के लिए खेत में जाना भी मुश्किल हो रहा है। नरभक्षी की दहशत इस कदर छाई हुई है कि घरों में ग्रामीण और गौशाला में गाय कैद है। बता दे कि कई ग्रामीणों ने मजबूरन अपनी गायों को बाजपुर गौशाला भेज दिया है। क्षेत्र में नरभक्षी प्रभावित गांवों में नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संगठन लिमिटेड लाल कुआं की ओर से मवेशियों के लिए 100 बैग भूसा और 25 क्विंटल साईलेज यानी कि हरा चारा सब्सिडी पर वितरित किया गया है और गुलदार के आतंक के कारण राजभवन में पिछले एक सप्ताह से गोल्फ की प्रैक्टिस भी बंद है यहां के रखरखाव के कार्यों को समूह में किया जा रहा है। राज भवन गोल्फ क्लब के कैप्टन कर्नल हरीश शाह के मुताबिक क्षेत्र में गुलदार का आतंक है इसलिए इन दिनों प्रैक्टिस भी बंद है।