
उत्तराखंड राज्य में इस बार सामान्य से 70% कम बारिश दर्ज की गई है और राज्य के अनेक क्षेत्रों में काफी गर्मी भी फरवरी माह में महसूस होने लगी है। वही पिथौरागढ़ जिले में रबी की फसल पर सूखे की मार पड़ने के कारण किसान परेशान हो गए हैं। बता दें कि बीते जनवरी 2022 की तुलना में इस बार पिथौरागढ़ में 72 एमएम बारिश कम हुई है और ना के बराबर बारिश होने के कारण फसलों पर भी काफी प्रभाव पड़ा है। कहीं फसल हुई ही नहीं तो कहीं पीली पड़ने लगी है जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है और किसान बारिश ना होने के कारण परेशान है। बता दें कि सीमांत जिले में 28,830 हेक्टेयर से अधिक जमीन में रबी की फसल बोई गई है जिसमें 18000 में गेहूं, 4100 हेक्टेयर में जौ बोया गया है। इसके अलावा 80 हेक्टेयर में चना, 250 हेक्टेयर में मटर की फसल बोई गई है लेकिन बारिश ना होने के कारण अधिकांश क्षेत्रों में सूखा पड़ चुका है। पिछले वर्ष जहां अक्टूबर में 310.9 एमएम बारिश हुई थी वहीं इस बार 179.32 एमएम बारिश ही हुई। इसके अलावा पिछले जनवरी में 83 एमएम तथा इस जनवरी में केवल 11 एमएम बारिश दर्ज की गई है और अब तापमान बढ़ने के कारण किसानों के रवि की फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है इसके अलावा बागवानों को भी बारिश ना होने के कारण काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है किसानों का कहना है कि पहाड़ में खेती उपयोगी नहीं है यहां कभी सूखा तो कभी अतिवृष्टि के कारण फसल खराब हो जाती हैं और बारिश ना होने के कारण पूरी मेहनत बेकार हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि सरकार हमें मुआवजा दें किसानों ने कहा है कि इस बार बारिश ना होने के कारण सूखा पड़ चुका है जिससे रबी की फसल पीली पड़ चुकी है।
