
उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में मोबाइल नेटवर्क ना होने के कारण फ्री राशन पर संकट गहरा रहा है। बता दे कि देश में 5G नेटवर्क की शुरुआत हो चुकी है लेकिन उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले के कई ऐसे ग्रामीण इलाके हैं जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है और जिले में मोबाइल नेटवर्क ही सबसे ज्यादा परेशानी का कारण बन गया है। लोगों को बात करने के लिए भी अपने घरों से बाहर निकलना पड़ता है और इसी कारण से राशन पर भी संकट गहरा रहा है। मोबाइल कनेक्टिविटी ना होने के कारण छात्रों को भी परेशानी हो रही है। नैनीताल जिले के 40 गांव अभी भी ऐसे हैं जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है और यहां पर सरकार पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ने की योजना बनाने में विफल रही। संचार क्रांति ने पूरी दुनिया को एक मुट्ठी में बंद कर दिया है लेकिन नैनीताल जिले के लोगों को आज भी नेटवर्क मिलना मुश्किल हो रहा है तथा नेटवर्क की सबसे अधिक परेशानी पहाड़ी इलाकों में है। मोबाइल नेटवर्क ना होने से कई इलाकों में उपभोक्ता गांव से दूर जाकर राशन लाते हैं और आधार कार्ड जैसा मामूली अपडेट करवाने के लिए भी ग्रामीणों को कई किलोमीटर तक चलना पड़ता है। उत्तराखंड के 465 गांव ऐसे हैं जहां मोबाइल में नेटवर्क नहीं आते और इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
