
आज दिनांक 14 सितंबर 2022 को उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर्यटन स्थल खिर्सू से पौड़ी पहुंचे जहां उन्होंने कंडोलिया थीम पार्क का निरीक्षण भी किया। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि अभी देहरादून उत्तराखंड राज्य की राजधानी के बोझ को सहने के लिए तैयार नहीं है इसलिए गैरसैंण की आवाज उठती रहनी चाहिए। उनका कहना था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था क्योंकि गैरसैंण पहाड़ का प्रतीक होने के साथ-साथ पहाड़ की पीड़ा भी है और यहां पर एक साल में कम से कम तीन से चार बार बैठक का आयोजन होना चाहिए ताकि वहां अधिकारी जाएं और नीतियां बनाएं। मुझे जब मौका मिला तो मैंने इसके लिए प्रयास किया तथा अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण को राजधानी बनाया जाना चाहिए।
कंडोलिया थीम पार्क का निरीक्षण करने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल तथा मालाओं से पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा वह बद्रीनाथ के दर्शन के बाद चमोली के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सेना, पैरामिलिट्री व बॉर्डर स्काउट की तारीफे भी करी और कहा कि बड़ी मुस्तैदी से हमारे जवान बॉर्डर पर सेवाएं दे रहे हैं और दूरस्थ क्षेत्रों में महिला चिकित्सकों की तैनाती होने पर वह काफी गर्व भी महसूस कर रहे हैं। भ्रमण के दौरान उनसे सवाल पूछा गया कि क्या उनका भ्रमण 2024 में गढ़वाल लोकसभा सीट की दावेदारी के लिए तो नहीं है जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह एक सामाजिक कार्यकर्ता है और इसलिए राजनीति में आए हैं तथा पार्टी की तरफ से उन्हें जो भी जिम्मेदारियां दी जाएंगी वह उन्हें निभाएंगे।इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड राज्य में हुई भर्ती घोटालों के मामले में कहा कि वे सीबीआई जांच का विरोध नहीं कर रहे हैं इस मामले में एसटीएफ जांच कर रही है जो कि राज्य की एजेंसी है और कई आरोपी सलाखों के पीछे भी हैं इसलिए हमें जांच एजेंसी का मनोबल नहीं तोड़ना चाहिए।
