
उत्तराखंड राज्य में इस वर्ष सामान्य से बेहद ही कम वर्षा और बर्फबारी दर्ज की गई है जिसके कारण बर्फबारी न होने से इसका असर जल विद्युत ग्रहों पर साफ नजर आ रहा है। ऊर्जा प्रदेश उत्तराखंड में विद्युत उत्पादन निम्न स्तर पर है और बर्फबारी ना होने के कारण आगामी दिनों में उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या झेलनी पड़ेगी। राज्य में बीते फरवरी माह से ही गर्मी बढ़नी शुरू हो गई है लेकिन इसके बावजूद नदियों का जलस्तर नहीं बढ़ रहा है जिसके कारण सामान्य से एक चौथाई बिजली उत्पादन कम हो रहा है और प्रदेश में विद्युत खपत लगातार बढ़ रही है। यही कारण है कि आने वाले कुछ दिनों में जनता को बिजली कटौती की समस्या झेलनी पड़ेगी। बता दें कि अक्सर मार्च माह शुरू होने पर नदियों में पानी का स्तर भी बढ़ने लगता है क्योंकि गर्मी के कारण ग्लेशियर और पहाड़ों में पड़ी बर्फ पिघलने लगती हैं जिससे नदियों में पानी भरता है मगर इस बार बर्फबारी ना होने के कारण गर्मी बढ़ने के बावजूद भी नदियों का जलस्तर नहीं बढ़ रहा है और यही कारण है कि जल विद्युत गृह अपनी क्षमता से काफी कम विद्युत का उत्पादन कर पा रहे हैं तथा आगामी दिनों में उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की भारी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
