
देश में एक बार फिर से सरकार ने ₹2000 के नोट बंद करवाने को लेकर निर्णय लिया है। इस मामले में उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व सीएम हरीश रावत ने ₹2000 के नोट बंद होने पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि सरकार का यह कदम अर्थव्यवस्था से खिलवाड़ होगा केंद्र सरकार डबल इंजन के शीर्ष ने ₹2000 के नोट को प्रतिबंधित करने की घोषणा की है और ठीक वही तर्क दिए हैं जैसे आम नोटबंदी के समय दिए थे। तब भी हमने कहा था कि इन तर्कों में से कोई भी एक मंशा पूरी नहीं होने जा रही है इस निर्णय से अर्थव्यवस्था की स्थिरता जाहिर होगी मगर एक बात की पुष्टि हो गई है कि नोटबंदी के दौरान प्रचलन में रहे ₹2000 के नोट से काला धन बढ़ा है। कांग्रेस ने तब भी नोटबंदी की आलोचना की थी और अब भी कांग्रेस इसके खिलाफ है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा का कहना है कि ₹2000 का नोट चलन से बाहर करना यह सरकार का केवल एक तुगलकी फरमान है इससे पहले भी न तो जनता को लाभ हुआ था और ना आगे होगा केवल लोगों की परेशानियों में बढ़ोतरी होगी। इससे काले धन पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता बल्कि ₹2000 के नए नोट लाने के बाद खर्च ही बढ़ा था। नए नोट की छपाई पर बड़ी राशि खर्च की गई तमाम एटीएम को नए नोट के अनुसार व्यवस्थित किया गया और केंद्र सरकार के दावे के अनुसार तब ना ही काले धन पर रोक लगी और ना ही आतंकवाद पर अंकुश लग पाया। एक बार फिर से केंद्र सरकार वही गलती करने जा रही है जिससे जनता को काफी परेशानी होगी।
