
देहरादून। उत्तराखंड में लोगों के बीच आने वाली कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर काफी असमंजस की स्थिति है। हिंदू पंचांग के अनुसार हम लोग हर साल श्री कृष्ण की जन्माष्टमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाते हैं मगर इस बार कृष्ण जन्माष्टमी की दो तारीखों को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है।
बता दें कि आचार्य डॉक्टर सुशांत राज्य के अनुसार जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त 2022 की रात से शुरू होकर 19 अगस्त 2022 की रात तक है और ऐसे में 2 दिन के बीच लोगों को काफी असमंजस हो रहा है। अष्टमी तिथि 18 अगस्त की रात को 9:21 से शुरू हो रही है और 19 अगस्त शुक्रवार की रात को 10:50 पर समाप्त हो रही है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि को होने के कारण अधिक लोग 18 अगस्त को जन्माष्टमी मनाने का सोच रहे हैं लेकिन अगर हम वही ज्योतिष की मानें तो 19 अगस्त को उदयातिथि को जन्माष्टमी मनाना उचित रहेगा क्योंकि 18 अगस्त की रात से मुहूर्त शुरू हो रहा है यानी कि दिन में कोई भी मुहूर्त नहीं होगा।
वहीं उत्तराखंड के मंदिरों में जन्माष्टमी को लेकर खासा उत्साह है लोग मंदिरों को सजाने की तैयारियों में लग गए हैं और जोरों- शोरों से भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी के लिए तैयारियां हो रही हैं। अब बात आती है पूजा के शुभ मुहूर्त की। यदि हम 18 अगस्त को व्रत रखते हैं तो 18 अगस्त को पूजा का शुभ मुहूर्त रात्रि 12:20 से 1:05 तक है और वही 19 अगस्त की रात को 10: 59 के बाद पूजा का मुहूर्त होगा।
