
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से अपील करते हुए नई पहल शुरू करने के लिए कहा है कि बता दें कि उन्होंने समारोह के दौरान लोगों से कहा कि अतिथियों को बुके की जगह बुक देने की परंपरा शुरू की जाए। इससे भावी पीढ़ी में ज्ञान का भंडार बढ़ेगा और दिमाग का पोषण होगा।
बुके का विकल्प पौधा भेंट करना भी हो सकता है। उनका कहना था कि बुके ही देना चाहते हैं तो फूलों की जगह एक कली देकर अपनी भावना व्यक्त करें और अगर आप मुझे पुस्तक, पौधा या कली भेंट करेंगे तो मुझे काफी खुशी होगी। उनका कहना था कि प्रदेश में प्रतिवर्ष पुस्तक मेला आयोजित करने की परंपरा बन गई है और ज्ञान की यह परंपरा निरंतर आगे बढ़े इससे नई पीढ़ी को सीख मिलेगी तथा साहित्यकारों और लेखकों को स्थान मिलेगा और प्रतिभा का प्रदर्शन भी होगा। उनका कहना था कि विकृत होते समाज को किताबों से ही बदला जा सकता है तथा पुस्तक मेले के दौरान लोगों की भीड़ का उमड़ना एक अच्छा संकेत है।
