आजकल बारिश का समय है और इस समय को वर्षा काल कहा जाता है वर्षा काल में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया समेत कई बीमारियां बच्चों को जल्दी पकड़ जाती हैं और ऐसे में बच्चों का ख्याल रखना काफी आवश्यक हो जाता है मगर इस मौसम में गाइडलाइन का पालन ना करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. मुकुल कुमार सती द्वारा निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजे गए हैं और कहा गया है कि यदि नोटिस पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो आगे कार्यवाही की जाएगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी का कहना है कि निजी स्कूल प्रबंधन डेंगू, मलेरिया आदि को लेकर शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं और बहुत से ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जो कि पूरी आस्तीन की पैंट, शर्ट और मोजे पहनकर भी स्कूल नहीं जाते। गाइडलाइन का पालन ना करना छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके साथ ही स्कूल परिसर में सफाई तथा अन्य चीजों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। इसके चलते छात्र छात्राएं स्कूल में बीमार भी पड़ रहे हैं।इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा 13 निजी स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा गया है जवाब मांगते हुए कहा गया है कि स्कूल द्वारा शासन एवं उच्च स्तर से प्राप्त विभागीय आदेशों का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है और यदि इस पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि वर्षा काल में स्कूलों को कुछ नियमों का पालन करना होता है जैसे सभी छात्र- छात्राओं को नियमित रूप से फुल बाजू के पेंट, शर्ट और मोजे पहनकर स्कूल आना होगा इसके अलावा स्कूल परिसर के चारों तरफ सफाई रहे व छात्र छात्राओं को डेंगू के बारे में जागरूक करते रहे। जब भी बारिश आए तो स्कूल परिसर की क्यारियों और गमले में जमे हुए पानी को निकाल देना चाहिए। इसके अलावा भी कई ऐसे नियम है जिनका पालन निजी स्कूलों को करना है। बता दें कि मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा सेंट जोजफ़्स एकेडमी, समर वैली स्कूल, द दून गर्ल्स स्कूल समेत 13 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।