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देहरादून। उत्तराखंड में मतगणना से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में खासी हलचल देखने को मिल रही है जहां एक ओर पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक को लंबे समय बाद सक्रिय कर दिया है वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की देवभूमि में एंट्री भी कई संकेत दे रही है, इतना ही नहीं मतगणना से ठीक 2 दिन पहले भारतीय जनता पार्टी की देहरादून में आयोजित हुई मैराथन बैठक जिसमें सभी जिलाध्यक्ष सभी विधायक प्रत्याशी सभी प्रभारी, सभी प्रदेश पदाधिकारी एवं पूर्व एवं वर्तमान मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी भी भाजपा की तैयारियों की ओर इशारा कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी इन दिनों मतगणना के बाद आ सकने वाली दोनों स्थितियों पर विचार कर रणनीति बनाने में जुटी है जिनमें
पहली स्थिति :- यदि भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बना लेती है तब ऐसी स्थिति में सब कुछ सामान्य तौर-तरीकों के साथ निपटा लिया जाएगा।
दूसरी स्थिति :- यदि प्रदेश में खंडित जनादेश की स्थिति बनती है तब बहुजन समाज पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा सरकार बनाने का प्रयास कर सकती है जिसके लिए उसने पहले से तैयारी शुरू कर दी।
भारतीय जनता पार्टी यह मान कर चल रही है कि या तो प्रदेश में खंडित जनादेश की स्थिति बनेगी या फिर भाजपा पूर्ण बहुमत की ओर आगे बढ़ेगी।
हालांकि परिणाम क्या हो गया 10 मार्च को ही पता चलेगा मगर सभी दल प्रत्याशी अभी से अपनी-अपनी जीत के दावे करने लगे हैं।
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