
सरकार हर संभव प्रयास कर रही है जिससे पौष्टिकता से लबरेज मोटे अनाज भी गरीब की थाली का हिस्सा बन सकें| इस कड़ी में सरकार सस्ते गल्ले की दुकान से गरीबों को हर माह मिलने वाले राशन में अब 1 किलो मंडुवा भी शामिल करने जा रही है|
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी साझा की| उन्होंने कहा कि ‘गरीबों को हर माह 5 किलो गेहूं मिलता है| अब इसके स्थान पर 4 किलो गेहूं और 1 किलो मंडुवा दिया जाएगा| साथ ही विद्यालयों में मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पोष्टिक आहार में भी मोटे अनाज शामिल किए जाएंगे ताकि खपत बढ़ सके|
इस दौरान कैबिनेट मंत्री जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में मिलेट ईयर घोषित किया है| मिलेट्स यानी मोटे अनाज की आज मांग अधिक है| उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है| ऐसे में खपत पर भी विशेष जोर है क्योंकि किसान खपत के अनुसार ही पैदावार करता है| इसके अलावा मोटे अनाज के किसानों को उचित दाम मिल सके इसके लिए मंडी समिति से बातचीत हुई| मंडी समितियां मोबाइल वैन से सीधे किसानों के खेत में जाकर मंडुवा समेत अन्य मोटे अनाज खरीदें इसकी भी व्यवस्था की जा रही है|’
