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उत्तराखंड राज्य में बहुत बड़ा सांप्रदायिक बवाल टल गया है। बता दें कि पंडा समुदाय और विभिन्न हिंदू संगठनों ने बद्रीनाथ के आसपास मुसलमानों को नमाज ना पढ़ने देने की मांग की थी और मुस्लिम समाज के लोगों ने फैसला लिया है कि वह बकरीद की नमाज बद्रीनाथ की बजाय जोशीमठ में पढ़ेंगे और इससे एक बहुत बड़ी टकराव की आशंका टल गई है। बता दें कि बद्रीनाथ धाम में 2 वर्ष पूर्व कथित रूप से चोरी-छिपे बकरीद की नमाज पढ़े जाने को लेकर विवाद हुआ था और पुलिस ने वहां रह रहे मुसलमानों को ईद की नमाज जोशीमठ में अदा करने का सुझाव दिया और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस के इस सुझाव पर सहमति जता दी है। इस बात पर बद्रीश पंडा पंचायत के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी ने खुशी जताई है कि बद्रीनाथ धाम की गरिमा बनाए रखने के लिए मुसलमान समुदाय के लोगों ने बद्रीनाथ में बकरीद पर नमाज नहीं पढ़ने और जोशीमठ जाने की सहमति दी है। उन्होंने कहा कि 2 साल पूर्व निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार और मुस्लिम समुदाय के मजदूरों की ओर से बद्रीनाथ में चोरी-छिपे नमाज अदा करने का मामला सामने आया था लेकिन इस बार मुस्लिम समुदाय ने जोशीमठ में नमाज अदा करने का निर्णय लेते हुए बहुत बड़े विवाद को टाल दिया है। बता दें कि बकरीद के त्यौहार पर नमाज अदा करने को लेकर सभी पक्षों से बातचीत की गई और सभी ने धाम की मर्यादा के अनुरूप नमाज धाम से बाहर अदा करने पर सहमति जताई। पुलिस अधिकारियों द्वारा कहा गया कि नमाज अदा करने की अनुमति हनुमान चट्टी से नीचे होगी और मुस्लिम समुदाय द्वारा फैसला लिया गया है कि वह बकरीद की नमाज बद्रीनाथ में नहीं बल्कि जोशीमठ में पढ़ेंगे।
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