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उत्तराखंड राज्य में मानसून के दस्तक देने के बाद से ही बारिश का दौर चल रहा है और ऐसे में जहां मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा रहता है वही पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बादल फटने की खबरें सामने आती रहती हैं।
मानसून सीजन में लोग काफी अधिक सावधानी बरतें। उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में बागेश्वर, अल्मोड़ा ,पिथौरागढ़, चंपावत के कई ऐसे क्षेत्र हैं जो कि आपदा की दृष्टि से काफी संवेदनशील है इन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कुर्मांचल अखबार की तरफ से अपील की जाती है कि मानसून सीजन के दौरान लोग कम से कम यात्रा करें यदि आवश्यक ना हो तो अपने घर से ज्यादा दूर ना जाए क्योंकि पहाड़ी दरकने या फिर सड़क किनारे पेड़ टूटने की घटनाएं भी बारिश के दौरान सामने आती हैं ऐसे में कोई भी दुर्घटना घटित हो सकती है। भले ही हम प्राकृतिक आपदाओं को ना रोक पाए परंतु मनुष्य होने के नाते अपनी बुद्धि का प्रयोग करते हुए हमें हमारी जिंदगी बचाने के लिए मानसून सीजन में कुछ सावधानियां बरतनी होगी जिससे हम खुद को और हमारे अपनों को बचा सकते हैं जैसे अधिक भूस्खलन वाले क्षेत्र में ना जाएं और इस दौरान पिकनिक मनाने के लिए भी झरनो और नदी किनारे ना जाए क्योंकि बारिश के कारण नदियां और झरने भी उफान पर हैं। हमारी सावधानी मानसून में काफी हद तक हमें बचा सकती हैं।
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