![](https://kurmanchalakhbar.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20241108-WA0064.jpg)
उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं मंडल में नेपाल और उत्तर प्रदेश से पशुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी गई हैं जिसका कारण लंपी स्किन डिजीज बीमारी हैं। बता दें कि उत्तराखंड राज्य में इस बीमारी ने दस्तक दे दी है लेकिन अभी भी कुमाऊं मंडल के पशु इस बीमारी से बचे हुए हैं। कुमाऊं मंडल के सीमावर्ती इलाकों में इस बीमारी से पशुओं की मौत के मामले देखने को मिल रहे हैं और इस समय यह बीमारी कुमाऊं में ना पहुंचे इसके लिए यूपी और नेपाल से पशुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है बता दें कि पशुओं की आवाजाही पर यह रोक अग्रिम आदेश तक लगी है।
पशुओं में होने वाली लंपी स्किन डिजीज बीमारी कुमाऊं मंडल तक ना पहुंचे इसके लिए उधम सिंह नगर में रामपुर मुरादाबाद और देहरादून से होने वाले पशुओ की मूवमेंट रोक दी गई हैं तथा नेपाल से भी कुमाऊं मंडल में पशु नहीं आ पाएंगे इसके लिए बॉर्डर पर टीमें भेजी गई हैं।इस बीमारी के बारे में बताते हुए पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ हरीश जोशी का कहना है कि कुमाऊं मंडल में इस बीमारी से पशुओं की मौत का मामला सामने नहीं आया है और ऐसे में बॉर्डर पार से पशुओं की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी गई है जिससे कि यहां यह बीमारी नहीं पहुंच पाएगी। साथ में डॉक्टर जोशी ने यह भी जानकारी दी है कि इस बीमारी से बचाने के लिए पशुओं के टीकाकरण हेतु जिलेवार टीमों का गठन किया गया है और अब तक उधम सिंह नगर में 27563 नैनीताल में 5353 पशुओं का टीकाकरण भी हो चुका है तथा वहीं दूसरी तरफ बीते बुधवार को टीकाकरण की 24000 डोज चंपावत पहुंची हैं।पशुओं में यदि इस बीमारी को रोकना है तो जो भी पशु इस बीमारी से संक्रमित हैं उन्हें अन्य पशुओं से दूर रखें। इसके अलावा जिस पशु की मौत लंपी डिजीज के कारण हुई है उसके शव को खुले में नहीं छोड़ना चाहिए और पशुओं को मल्टीविटामिन जैसी दवाएं भी देनी चाहिए ताकि उनमें इम्यूनिटी बढ़े।
![](https://kurmanchalakhbar.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20241108-WA0065.jpg)