
उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री द्वारा वृद्ध आश्रम खोलने की घोषणा की गई है। बीते बृहस्पतिवार को सीएम आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांगों के संवाद कार्यक्रम में उन्होंने यह घोषणा की है। उनका कहना है कि राज्य में ऐसे 6 लाख बुजुर्ग हैं जिन्हें डीबीटी के माध्यम से पेंशन दी जा रही है और इसके अलावा सभी जिलों में वृद्ध आश्रमों की व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा है। वर्तमान में बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी में राजकीय वृद्ध आश्रम संचालित है और देहरादून, अल्मोड़ा, चंपावत में नए भवनों का काम चल रहा है। सरकार ने बदलते समय के साथ रिश्तो में आई चुनौतियों को देखते हुए वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए माता-पिता व वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम लागू किया है। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया है कि प्रत्येक जिले में वृद्ध आश्रम संचालित किया जाएगा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में 96000 से अधिक दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है और 18 वर्ष से कम आयु के 8000 से अधिक दिव्यांग भरण पोषण एवं देखभाल के लिए प्रतिमाह ₹700 की आर्थिक सहायता दी जाती है तथा 18 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांगों को ₹1500 प्रति माह पेंशन दी जाती है। इस तरह से उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कई घोषणाएं की।