Uttarakhand-अन्य वस्तुओं के साथ अब शिक्षा भी हुई महंगी……. किताबों के दामों में 25 फ़ीसदी बढ़ोतरी

देश में पहले से ही सिलेंडर डीजल- पेट्रोल सब्जियों के साथ-साथ बहुत सारी रोजमर्रा इस्तेमाल की वस्तुएं भी महंगी हो गई है। मगर इसके साथ ही एक चिंताजनक खबर यह है कि अब बाजारों में किताबों की कीमतों में भी 25 फ़ीसदी बढ़ोतरी हो गई है बता दें कि बाजारों में एनसीईआरटी की किताबें अभी तक पहुंची नहीं है और निजी पब्लिकेशन की महंगी किताबें बाजारों में भरी पड़ी है और पिछले बार की अपेक्षा इन किताबों के दामों में 25 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। किताबों में इतनी अधिक बढ़ोतरी होने का सबसे बड़ा कारण कोरोना महामारी हैं। क्योंकि कोरोना महामारी के चलते कई बच्चे किताब नहीं खरीद पाए थे जिसका असर अब दिख रहा है। हालांकि इस बार सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें निशुल्क दी जानी है। जहां पहले भी इन किताबों के लिए बच्चों के बैंक खाते में राशि का भुगतान होता था अब यह पैसा बच्चों के खाते में ना देकर उन्हें किताबें दी जाएंगी।