उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी में टनल हादसे के दौरान फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। बता दे कि बीते मंगलवार को श्रमिक बाहर आ चुके हैं और उनके बाहर आते ही पूरे देश में खुशियां मनाई जा रही हैं मगर वहीं विपक्षी कांग्रेस के नेता इस मामले में सवाल उठा रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि स्थानीय प्रशासन केंद्रीय एजेंसियों और नवयुवक इंजीनियरिंग कंपनी के बीच समन्वय की कमी के कारण बचाव अभियान काफी लंबा चला। उनका कहना है कि सरकार ने बहुत विलंब से सही रणनीति अपनाई और फिर सफलता मिली। ऑपरेशन में लगे सभी इंजीनियर ,श्रमिकों, विशेषज्ञ, केंद्र व राज्य की राहत व बचाव में लगे एजेंसियों तथा प्रशासन के अधिकारियों समेत सभी का इस दौरान अतुलनीय सहयोग रहा लेकिन श्रमिकों को सरकार की ओर से उचित आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। श्रमिकों को बचाने के लिए जिन विकल्पों पर 14 दिन बाद सरकार ने काम किया उन पर पहले काम होना चाहिए था। इस तरह से उन्होंने सरकार के साथ-साथ कंपनी पर भी सवाल उठाएं और आरोप लगाया कि सुरंग की डीपीआर भी प्राइवेट कंपनी से बनवाई गई डीपीआर का निरीक्षण भी प्राइवेट कंपनी से कराया गया इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज करते हुए गिरफ्तारी होनी चाहिए थी। इस तरह से कांग्रेस नेता ने सरकार और कंपनी पर सवाल उठाए हैं।