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देहरादून| यूक्रेन में स्थिति दिन प्रतिदिन और अधिक बिगड़ती जा रही है| युद्ध थमने की दूर-दूर तक कोई खबर नहीं मिल रही है| भले ही वार्ता जारी है| ऐसे में भारत के नागरिक भी वहां फंसे हुए हैं ऑपरेशन गंगा के तहत भारत सरकार ने छात्रों को वापस लाने की व्यवस्था बनाई है| जिससे कई छात्र भारत वापस लौट चुके हैं लेकिन कई छात्र अभी भी यूक्रेन में ही फंसे हुए हैं| छात्रों को स्वदेश वापस लाने का सिलसिला जारी है| यूक्रेन में उत्तराखंड के भी कई छात्र फंसे हुए हैं| जिसमें से 86 छात्रों को अन्य लोगों ने वापसी कर ली है लेकिन अभी भी वहां 201 नागरिकों के फंसे होने की सूचना मिली है| जिनकी लोकेशन प्राप्त हो गई है, उन्हें केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश लाने के प्रयास हो रहे हैं इसी बीच मुख्य सचिव एसएस संधू ने राज्य सचिवालय में यूक्रेन में फंसे नागरिकों को लाने के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा की| वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि परिजनों और पहचान वालों के साथ मिलकर यूक्रेन में फंसे लोगों की लोकेशन का पता लगाया जाए ताकि उनकी जल्द से जल्द सकुशल वापसी हो सके| यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्र एवं अन्य नागरिकों के परिजनों से लगातार संपर्क स्थापित कर उनसे जानकारी देकर उसे शासन एवं दिल्ली स्थित स्थायिक आयुक्त कार्यालय को शीघ्र से शीघ्र साझा किया जाए और सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान विधि मंत्रालय से स्वीकृति से किया जाए ताकि यूक्रेन छात्रों और अन्य नागरिकों को शीघ्रता से निकाला जा सके| इसके अलावा मुख्य सचिव ने सोशल मीडिया पर नजर रखने के भी निर्देश दिए कहा कि फेसबुक और ट्विटर आदि के माध्यम से किसी छात्र या अन्य नागरिक के फंसे होने की जानकारी मिलती है और लोकेशन ट्रैक नहीं हो पा रही है तो पता लगाया जाए कि यह कहां है इसके लिए एडीजीपी इंटेलिजेंस से संपर्क में रहें|
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