Uttarakhand- अवैध निर्माण के चलते कार्बेट टाइगर रिजर्व से 2 आईएफएस अधिकारियों को किया गया निलंबित

देहरादून। कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में अवैध निर्माण के चलते 2 आईएफएस अधिकारियों को निलंबित किया गया है जिसमें जेएस सुहाग तथा किशन चंद का नाम शामिल है। जेएस सुहाग पर सीईओ कैंप की जिम्मेदारी थी तथा किशनचंद कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के तत्कालीन डीएफओ थे। इन दोनों को ही बीते बुधवार को आदेश जारी कर निलंबित कर दिया गया है। दरअसल मामला यह है कि कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के अंतर्गत पाखरो में टाइगर सफारी बनाने के लिए स्वीकृति से अधिक पेड़ों को काट दिया गया था। तथा यही नहीं बल्कि क्षेत्र में सड़क, मोरघट्ठी व पाखरो वन विश्राम गृह परिसर में भवन के अलावा जलाशय भी बनाया गया। तथा यह कार्य बिना कोई वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति के किए गए। और यह मामला तब सामने आया जब गत वर्ष राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसके बाद एनटीसीए ने दोषी पाए गए अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की संतुति की। जिसके बाद गत वर्ष 27 नवंबर को शासन ने तत्कालीन मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग से उनकी जिम्मेदारी वापस ले ली। मगर इस संबंध में सही तरह से कार्यवाही वर्ष 2022 में हुई है। वर्ष 2022 में अब दोषी पाए गए अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।