Uttarakhand- चार धाम यात्रा के लिए दादा का सहारा बना 15 वर्षीय पोता…… हर किसी ने दिया आशीर्वाद

उत्तराखंड राज्य में बीते 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो चुका है और यात्रा के दौरान बुजुर्गों की ख्वाहिश रहती है कि वह इस उम्र में चार धाम की यात्रा करें मगर हर किसी को यह सुख नसीब नहीं होता। बता दें कि ऐसे में मध्यप्रदेश निवासी 86 वर्षीय सियाराम के साथ उनका 15 वर्षीय पोता सहारा बनकर आया है। चार धाम में केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की यात्रा सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण है क्योंकि यहां काफी कठिन चढ़ाई है और बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों के लिए यह चढ़ाई बिना साथी के पूरा कर पाना संभव नहीं होता। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में देवरी गांव निवासी 86 वर्षीय सियाराम ने जब अपने तीन पुत्रों के समक्ष चार धाम यात्रा पर जाने का प्रस्ताव रखा तो वह इस बारे में सोच कर चिंतित हो गए लेकिन ऐसे में सियाराम के 15 वर्षीय पोते शौर्य ने उनका साथ दिया। शौर्य ने बताया कि उनके पिता प्राइवेट बैंक में मैनेजर है और चाचा वन क्षेत्राधिकारी हैं और दूसरे चाचा माइनिंग का काम करते हैं ऐसे में वह तीनों दादा के साथ यात्रा पर नहीं आ सके और दादी का स्वास्थ्य खराब रहने के कारण वो यात्रा नहीं कर सकती इसलिए शौर्य खुद ही अपने परिवार वालों से अनुमति लेकर दादा को यात्रा कराने के लिए लाए है। इससे पूर्व शौर्य ने अपने दादा को मथुरा- वृंदावन की तीर्थ यात्रा भी कराई हैं और इन दिनों स्कूल की छुट्टियां चल रही है। इस दादा और पोते की जोड़ी को हर कोई आशीर्वाद दे रहा है तथा हर कोई इनसे बेहद ही प्रभावित हैं।