
हरिद्वार। क्षेत्र में ग्राम प्रधान और बीडीसी मेंबर के चुनाव परिणाम आ चुके हैं तथा परिणाम कुछ इस प्रकार हैं जिन्होंने पुलिस और प्रशासन को हिला कर रख दिया है। बता दें कि हरिद्वार में पथरी शराब कांड की आरोपी बबली देवी ने ग्राम प्रधान का चुनाव जीत लिया है। दरअसल चुनाव से पहले इन लोगों द्वारा ग्रामीणों को कच्ची शराब पिलाई गई थी जिससे फूलगढ़ और शिवगढ़ में 12 ग्रामीणों की मौत हो गई जिसके बाद बबली के पति बिजेंद्र को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जबकि बिजेंद्र की पत्नी बबली और भाई नरेश दोनों पर इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था लेकिन दोनों पुलिस की पकड़ से दूर रहे। अब जब बबली प्रधान का चुनाव जीत गई है तो समर्थकों का कहना है कि पुलिस ने बबली के पति बिजेंद्र को झूठे आरोप में फंसाया है इसलिए उन लोगों ने पूरी मेहनत से बबली को चुनाव जीता दिया।
क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बनकर रह गया है कि आखिर जिसने कच्ची शराब पिलाकर ग्रामीणों की जान ली उसी को कैसे चुनाव जीता दिया गया। ग्रामीणों को प्रचार के दौरान कच्ची शराब पिलाई गई थी जिसे पीने से 12 ग्रामीणों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक बिजेंद्र द्वारा अपने खेत में छह माह पहले कच्ची शराब बनाई गई थी जिसके बाद उसे कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में भरकर ग्रामीणों को बांटा गया और उस शराब को पीकर ग्रामीणों की मौत हुई। बता दें कि पुलिस द्वारा निशानदेही के आधार पर खेत की खुदाई करके कच्ची शराब भी बरामद कर ली गई थी और यह मामला एसआईटी को सौंप दिया गया था जिसके बाद पुलिस द्वारा दावा किया गया था कि बबली और उसके भाई नरेश की भी जल्द ही गिरफ्तारी होगी। लेकिन ग्रामीणों ने इस बात का विरोध जताते हुए कहा कि इस कांड में शराब अकेले बिजेंद्र या फिर बबली ने नही पिलाई बल्कि 8 प्रत्याशियों ने लोगों को शराब बांटी थी।
