Uttarakhand-फर्जी विजिलेंस बनकर लूटे ₹1,00,000……. पुलिस ने किया मामले का भंडाफोड़

उत्तराखंड राज्य से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर कोई भी दंग रह जाएगा। बता दें कि कुछ आरोपियों ने नकली विजिलेंस बनकर सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय के प्रधान सहायक से ₹100000 हड़प लिए जिसके बाद हड़कंप मच गया मगर पुलिस ने इस फर्जी विजिलेंस टीम का भंडाफोड़ कर दिया है और कार्यालय के प्रधान सहायक से ₹1,00,000 हड़पने वाले यह फर्जी विजिलेंस टीम के सदस्य उधम सिंह नगर में पत्रकारिता करते थे। पुलिस मुख्य आरोपी को एक चैनल का स्टेट ब्यूरो चीफ बता रही है जबकि दूसरा पत्रकार इसी चैनल में एसआईटी हेड है। तीसरा आरोपित काश्तकार तथा चौथी महिला पत्रकार है जो कि फिलहाल फरार चल रही है। मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम को आईजी कुमाऊं डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने 10,000 व एसएसपी पंकज भट्ट ने ₹5000 इनाम की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक बीते 17 मई को समाचार नेशन चैनल का स्टेट ब्यूरो चीफ भूपेंद्र सिंह पन्नू सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय में आया था इस दौरान उसने प्रधान सहायक उमेश चंद्र कोठारी से मुलाकात की और कहा कि ठेकेदारी के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहता है तथा विकास के लिए क्या प्रक्रिया होगी जिसके बाद कोठारी ने उसे सारे नियम बताएं और आरोपित पन्नू ने शॉर्ट में काम करने की बात कह कर लेन-देन की बात कह दी तथा कोठारी ने कुछ रुपए खर्च करने की बात कही पूरी बातचीत का आरोपियो ने वीडियो बना लिया। अगले दिन भूपेंद्र अपने साथी रुद्रपुर निवासी व समाचार नेशन चैनल के एसआईटी हेड सौरभ गाबा के साथ कोठारी के ऑफिस में आया और वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया इसी बीच दो अन्य आरोपी काश्तकार सुंदर सिंह और महिला साक्षी सक्सेना वहां पहुंच गए तथा उन दोनों ने खुद को विजिलेंस का अधिकारी बताया तथा महिला ने उन्हें धमकी भी दी और कहा कि उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे इस मामले को रफा-दफा करने के लिए उन्होंने ₹100000 की रंगदारी मांगी। बदनामी के डर से कोठारी ने कर्ज लेकर रुपए दे दिए। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके कब्जे से ₹90000 भी बरामद कर लिए हैं।