
भारतीय मूल के सलमान रुश्दी पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में जानलेवा हमला किया गया था जिसके बाद शरीर में कई घाव लगने से वह पेंसिलवेनिया के अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं। बता दे कि चाकू से कई बार प्रहार करने से सलमान रुश्दी की हालत नाजुक बनी हुई है और उनकी हालत में बीते 24 घंटे के अंदर भी सुधार नहीं हुआ है।
इस हमले में उनकी गर्दन और बाएं हाथ की नसें कट चुकी हैं साथ में एक आंख भी ज़ख्मी है।बताया गया है कि इस हमले से उनकी आंख की रोशनी भी जा सकती हैं और लीवर को भी चाकू के प्रहार से काफी नुकसान हुआ है। सलमान रुश्दी की सुरक्षा के प्रति लापरवाही का हमलावर ने काफी फायदा उठाया है। 1988 में लिखे उपन्यास द सैटेनिक वर्सेस के लिए न्यूयार्क सिटी में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने उन्हें अपना निशाना बनाया है और बीते शुक्रवार को उन पर जानलेवा हमला किया गया।
बता दें कि उन पर जानलेवा हमला करने वाले युवक का नाम हादी मतर है जो कि 24 वर्षीय है। इस युवक को पुलिस द्वारा मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया था जिसके बाद पुलिस की उससे पूछताछ जारी है। बता दें कि द सैटेनिक वर्सेस लिखने से पहले रुश्दी ने तीन अन्य उपन्यास लिख दिए थे और उनके चौथी उपन्यास द सैटेनिक वर्सेस लिखने पर उन्हें काफी धमकियां भी मिली जिसके लिए उन्हें 9 साल तक गुमनाम रहना पड़ा। यहां तक की एक समय में ईरान सरकार ने रुश्दी की हत्या के लिए 30 लाख डॉलर का इनाम भी घोषित किया था।


