यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में नैनीताल हाईकोर्ट में प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान को जमानत दे दी है|
चौहान की ओर से जमानत प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि वह अगस्त 2022 से देहरादून की जेल में बंद है| एसटीएफ देहरादून में उन्हें पेपर लीक मामले में अभियुक्त बताया है, जबकि उनका नाम f.i.r. में नहीं था| पुलिस ने उन्हें सह अभियुक्त के बयानों के आधार पर मामले में पक्षकार बनाया गया| उनके खिलाफ इस मामले में चार मुकदमे दर्ज हुए हैं| जिसमें से उन्हें एक मुकदमें में पहले ही निचली अदालत से जमानत मिल चुकी है, जबकि एक मामला सुप्रीम कोर्ट और एक निचली अदालत में लंबित है|
याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता नारायण हरगुप्ता ने पैरवी की|
बताते चलें कि राजेश कुमार चौहान लखनऊ की आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस के मालिक है| आरोप है कि उन्होंने इसी प्रेस से यूकेएसएसएससी परीक्षा का पेपर लीक करवाया था| एसटीएफ द्वारा उन्हें 27 फरवरी 2022 को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था| बता दें कि आरएमएस टेक्नोसोल्यूशंस के मालिक राजेश चौहान को हाईकोर्ट से केवल सचिवालय रक्षक भर्ती धांधली के मामले में ही जमानत मिली है| अभी उनके खिलाफ तीन और मामले विचाराधीन हैं| जिसमें से सबसे बड़ा मामला स्नातक स्तरीय परीक्षा में धांधली है| जिस कारण वह फिलहाल जेल में ही रहेंगे|