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आज दिनांक 27 मार्च 2022 को रविवार के दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे के दौरान हरिद्वार के दिव्य सेवा प्रेम मिशन की रजत जयंती के समापन समारोह में शामिल हुए। तथा समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि यहां पर पहुंचकर उनकी पिछले 25 साल की यादें ताजा हो गई है। तथा उन्होंने यह भी कहा कि आशीष गौतम ने प्रयागराज से 25 साल पहले हरिद्वार आकर इस सेवा की नींव रखी थी और यह काम काफी कठिन था। व मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि आशीष जी की सेवा की संकल्पना इस रूप में साकार होगी। इसके साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह भी कहा कि यहां पर आकर इस समारोह में मेरी जो छोटी सी भूमिका रही है उससे मुझे काफी खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि जब मैं सांसद बना था तो मैं पहली बार हरिद्वार यात्रा पर आया था और उसके बाद अब राष्ट्रपति बनने पर भी मैं उत्तराखंड आने पर सबसे पहली बार हरिद्वार की इस भूमि पर आया हूं। तथा उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भूमि पावन भूमि है इसकी महिमा अनंत है तथा कई समय पूर्व से लोग यहां आकर शांति प्राप्त करते हैं। यह भूमि मोक्षदायिनी भी है तथा इसकी महिमा अनन्य है।
तथा इस कार्यक्रम में आज रविवार के दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह भी शामिल रहे। तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान कहा कि वे सैनिक पुत्र हैं और सैनिक पुत्र कभी सेवानिवृत्त नहीं होते। उन्होंने कहा कि सेवा के इस मिशन में हम सब कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं तथा मै उत्तराखंड के 1.25 करोड़ वासियों की ओर से राष्ट्रपति व सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं।
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