अब तक नौ नाराज विधायकों को मनाने में सफल हुई भाजपा….. जानिए कौन कहां से

विधानसभा चुनाव के लिए यदि किसी भी राजनीतिक दल से किसी नेता का टिकट कटता है तो उसका नाराज होना स्वाभाविक है। ऐसे में हर राजनीतिक दल के सामने उसके नेताओं को मनाने की भारी चुनौती होती हैं मगर भाजपा ने अपने नौ नाराज नेताओं को मनाकर अपनी एक बड़ी चुनौती पूर्ण कर ली है। तथा नाराज विधायकों के मन की टीस दूर करने के लिए पार्टी द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं तथा नाराज नेताओं को भविष्य में नई जिम्मेदारी के साथ उचित सम्मान देने का वादा भी किया जा रहा है।

भाजपा ने अपने 9 विधायकों को मना तो लिया है मगर अभी भी पार्टी के समक्ष यह चुनौती है कि नाराज नेता मानने के बाद भी अभी तक खुलकर पार्टी का प्रचार करने के लिए आगे नहीं आए हालांकि नेताओं का कहना है कि वे पार्टी के साथ हैं और भाजपा में ऑल इज वेल है रूठे हुए नेताओं ने मानने के बाद पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी का साथ देकर पार्टी के पक्ष में प्रचार करने की बात भी कही है लेकिन अभी तक खुलकर प्रचार करने को नहीं देखा गया है। यह चुनौती पार्टी के समक्ष सबसे बड़ी है। भाजपा के रूठे हुए नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को दी गई थी। पार्टी जिन नेताओं को मनाने में सफल रही उनके नाम इस प्रकार हैं। थराली से मुन्नी देवी, कर्णप्रयाग से सुरेंद्र सिंह नेगी, अल्मोड़ा से रघुनाथ सिंह चौहान, द्वाराहाट से महेश सिंह नेगी, कपकोट से बलवंत सिंह भौर्याल, पौड़ी से मुकेश कोली, गंगोलीहाट से मीना गंगोली, झबरेड़ा से देशराज कर्णवाल, लालकुआं से नवीन चंद्र दुमका, इन नेताओं को भाजपा मनाने में सफल रही है।


तथा इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है, कि टिकट कटने के बाद विधायकों का रुष्ट होना स्वाभाविक है मगर यह नाराजगी कुछ ही समय के लिए होती हैं और अब भाजपा में सब कुछ ठीक है। तथा जिन नेताओं को भाजपा से जाना था वह चले गए हैं और बाकी नेता अब भाजपा के पक्ष में प्रचार करेंगे और भाजपा के साथ खड़े रहेंगे।