इस बार नहीं आएगी बसंत ऋतु, सर्दी के दिनों में आएगी कमी, जाने क्या बोले मौसम विशेषज्ञ

जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ आरके सिंह के अनुसार, अलनीनो प्रभाव से ठंड के दिनों में कमी आएगी और 10 फरवरी से एकाएक तापमान बढ़ने लगेगा| जिससे ठंडी और गर्मी के बीच 15-20 दिन रहने वाली बसंत ऋतु भी गायब हो जाएगी|


इस बार गर्मी भी सामान्य से अधिक रहने का अनुमान जताया गया है| उन्होंने कहा कि शीतलहर से अभी एक सप्ताह तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है| अभी 15 दिनों तक भीषण ठंड रहेगी| हालांकि इस बीच कभी-कभी धूप भी खिलेगी| इस दौरान बारिश भी नहीं होगी और न्यूनतम तापमान एक-दो डिग्री और अधिकतम 10-15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा| अलनीनो प्रभाव के चलते इस बार सर्दी के मौसम में बारिश लगभग नहीं के बराबर हुई है|


कहा कि मानसून केवल भारत में होने वाली भौगोलिक प्रक्रिया ही नहीं बल्कि हिंद महासागर और यहां तक कि प्रशांत महासागर की गतिविधियों से भी प्रभावित होता है| प्रशांत महासागर में अलनीनो मानसून को प्रभावित करना है| पश्चिम से चलने वाली हवाएं भारत के उत्तर और उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बारिश का माहौल बनाती है| जिससे हिमालय में बर्फबारी होती है और उससे ठंडी हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को ठंडा करती है|
आपको बता दें कि अलनीनो एक स्पेनिश शब्द है, जिसे दक्षिण अमेरिका के मछुआरों ने दिया है| इस प्रभाव की वजह से हवाएं कमजोर हो जाती हैं और गर्म पानी अमेरिकी महाद्वीपों के पश्चिमी किनारो की ओर जाने लगता है| इससे प्रशांत महासागर में चलने वाली हवाएं दक्षिण की ओर जाने लगती है| इससे दक्षिणी प्रशांत महासागर के तटीय इलाकों का समुद्री पानी गर्म हो जाता है| अलनीनो का असर प्रत्येक 2 से 7 साल में होता है| अलनीनो की वजह से इस बार उत्तरी गोलार्ध में भीषण गर्मी पड़ी थी, लेकिन भारत में इसका असर नहीं दिखाई दिया| क्योंकि इसने जुलाई के महीने में अपना प्रभाव दिखाना शुरू किया था|