नई दिल्ली। देश के राजस्थान मध्य प्रदेश हरियाणा का नाटक गुजरात पंजाब और हिमाचल प्रदेश राज्यों में पेट्रोल की किल्लत देखने को मिल रही थी। जिसका कारण बताते हुए सरकार ने बुधवार को कहा कि निजी कंपनियों की ओर से कटौती करने के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों से जुड़े पेट्रोल पंप पर दबाव बढ़ा है जिस कारण कई राज्यों के पेट्रोल पंप पर संकट पैदा हो गया। और अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति भेजी जा रहे हैं तथा साथ में मंत्रालय ने यह भी कहा कि मांग बढ़ने के कारण पीएसयू द्वारा आपूर्ति नहीं की जा रही है जिससे कि ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तथा ऐसे संकट का एक अन्य मुख्य कारण तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ना होना है। दरअसल सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम कच्चे तेल के मुकाबले पेट्रोल और डीजल की कीमत नहीं बढ़ा रहे हैं जिसके कारण यह कंपनियां पेट्रोल को 14 से ₹18 प्रति लीटर और डीजल को 20 से ₹25 प्रति लीटर के घाटे पर बेच रही हैं।
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