दांव पर उत्तराखंड के ढाई लाख युवाओं का भविष्य-: निरस्त होंगी तीन बड़ी परीक्षाएं!

देहरादून| उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं में सवाल उठने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने नकल या पेपर लीक से प्रभावित परीक्षाओं को निरस्त करने के आदेश दिए हैं| सीएम के आदेश पर प्रत्यक्ष तौर से तीन परीक्षाएं आ रही है| आदेश के बाद स्नातक स्तरीय परीक्षा रद्द होनी तय लग रही है क्योंकि सार्वजनिक विवाद इसी परीक्षा में खड़े हो रहे हैं| इस मामले में परीक्षा में पहले ही 100 से अधिक लोगों पर पेपर पहुंचने का शक है| 23 आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके हैं| इस परीक्षा में परिणाम आने के साथ दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है|


इसके अलावा आयोग द्वारा पूर्व में कराई सचिवालय सुरक्षा दल व कनिष्ठ सहायक परीक्षा की जांच भी एसआईटी को सौंपी गई है| सचिवालय सुरक्षा दल की परीक्षा का रिजल्ट भी आ चुका है, लेकिन इससे आगे की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई|
वहीं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियल) में गत वर्ष नियुक्ति भी हो गई है| यदि जांच में इस परीक्षा में भी नकल की पुष्टि हुई तो नियुक्ति के बावजूद परीक्षा और चयन निरस्त करना सरकार के लिए बहुत कठिन कार्य होगा क्योंकि इन परीक्षाओं में लगभग ढाई लाख युवाओं का भविष्य दांव पर लगा है|
इस मामले पर यूकेएसएसएससी सचिव एसएस रावत ने कहा, पुलिस जांच का इंतजार है| इसके बाद आयोग की पूर्ण बैठक में इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा| अभी तो सारा ध्यान आयोग के कामकाज को पटरी पर लाने पर है| इतना तय है कि नकल माफिया की कमर तोड़ने और परीक्षा के प्रति युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा|