
सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र के क्षेत्रीय केन्द्र- हैदराबाद से एनईपी-2020 के अनुरूप 501 वां ओरिएंटेशन पाठ्यक्रम में दि. 9 से 29 जुलाई,2025 तक चले प्रशिक्षण में उत्तराखंड के छः शिक्षक अल्मोड़ा से सवित जनौटी व कृपाल सिंह शीला, हरिद्वार से राजेन्द्र कुमार चौधरी, रुद्रप्रयाग से संगीता त्रिपाठी, टिहरी से दिव्या नौटियाल व उत्तरकाशी से भारती विजलवाण प्रतिभाग कर लौट आए हैं। इस 21 दिवसीय ओरिएंटेशन पाठ्यक्रम में एनईपी -2020 के अनुसार शिक्षण में आर्ट का समावेशन, रोल ऑफ परफारमिंग आर्ट इन कल्चरल एजूकेशन, विद्यालयों में संग्रहालय की भूमिका, सलारजंग म्यूजियम का शैक्षिक भ्रमण, भारतीय संस्कृति के संरक्षण में क्षेत्रीय योगदान, भारतीय गीतों को सीखना व गाने का अभ्यास, नेहरु जूलौजीकल पार्क का शैक्षिक भ्रमण, मिट्टी कार्य, शिल्परामम गाँव का शैक्षिक भ्रमण के अलावा विविध विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। सीसीआरटी के तहत कराये जाने वाले इन प्रशिक्षणों का उद्देश्य अपनी पुरातन संस्कृति, हस्तशिल्प, कला – संस्कृति को बचाने के साथ इस सीखे ज्ञान को नयी पीढ़ी के बच्चों को विद्यालयों के कक्षा- कक्ष से जोड़ते हुए इसके संरक्षण व स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना है। इस प्रशिक्षण के लिए अवसर प्रदान के लिए प्रक्षिशु कृपाल सिंह शीला ने जिलाधिकारी अल्मोड़ा, शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारी – भिकियासैंण डॉ. रवि मेहता व समस्त शिक्षकों, सहयोगियों का आभार व्यक्त किया है।
