शिक्षकों को मिली जिम्मेदारी -: अब स्कूलों में होगी बच्चों के बैग की चेकिंग

स्कूली छात्रों को नशे से बचाने के लिए डीएम ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए| जिसके अनुसार अब शिक्षकों और प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों के बैग चेक करें| वह देखेंगे कि बच्चों के बैग में क्या-क्या है|


अब शिक्षक छात्रों के बैग में देखेंगे कि वह बीड़ी-सिगरेट या नशीले पदार्थ तो नहीं ले रहे हैं| बागेश्वर की डीएम अनुराधा पाल ने नाबालिगों को गुटका, खैनी, धूम्रपान आदि नशा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं| जिला कार्यालय में हुई बैठक के दौरान डीएम ने नशे के खिलाफ जागरूकता के साथ-साथ छापेमारी अभियान भी चलाने के लिए कहा| उन्होंने स्कूल और कॉलेज के आसपास गुटका, बीड़ी, सिगरेट व अन्य प्रकार के नशा बेचने पर रोक लगाने और स्कूल में नियमित तौर पर विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव बताकर जागरूक करने के निर्देश दिए|
इस दौरान कहा गया कि –
ड्रग निरीक्षक मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण करेंगे|
मेडिकल स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाओं पर रोक रहेगी|
सभी दुकानों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगवाना जरूरी होगा|
वन विभाग वन क्षेत्र में भांग की खेती को नष्ट करेगी|
पुलिस और आबकारी विभाग अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाएगा|
स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग नशे के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे|