अग्नीपथ योजना के तहत सुमित और अनुजा पहले अग्निवीर भाई-बहन बने हैं|
भारतीय सेना का हिस्सा बनने के लिए दोनों ने साथ में कड़ी मेहनत की|
अंबाला के झज्जर जिले के मातानहेल गांव निवासी अनुजा और सुमित सेना में अग्निवीर बने हैं| सुमित और अनुजा चचेरे भाई-बहन है| बता दें कि यह पहली बार है कि जब कोई एक परिवार के दो सदस्य अग्निवीर बन रहे हैं| इनके अग्निवीर बनने से आसपास के युवाओं को भी प्रेरणा मिल रही है| इन दोनों का सफर बहुत खास है| दोनों भाई-बहन शुरुआत से ही सेना में जाने का मन बना चुके थे| पहले सेना व वायु सेना में स्थायी भर्ती के लिए कोशिश की, लेकिन भर्ती रद्द हो गई तो अग्निवीर बनने का सपना देखा|
पहली बार में दोनों का चयन रोहतक भर्ती कार्यालय की भर्ती में हो गया| अब दोनों प्रशिक्षण के लिए बंगलुरु जा रहे हैं| दोनों बंगलुरु में अलग-अलग जगहों पर प्रशिक्षण प्राप्त कर अग्निवीर बनेंगे|
अंबाला के सेना भर्ती मुख्यालय के सैन्य अधिकारियों ने दोनों भाई-बहनों का उदाहरण पेश कर योजना के तहत युवाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया है|
सुमित के पिता विजय खेती करते हैं| 4 एकड़ जमीन है| गांव में कुछ युवा सेना में गए हैं तो उनका भी सेना में जाने का मन था| इसी प्रकार बहन अनुजा भी शुरुआत से ही सेना में जाने की बात करती थी| दोनों ने मिलकर तैयारी की|