
नई दिल्ली| इस साल यानी 2023 में भारतीय बाजार में बिकने वाले लगभग 100 फ़ीसदी मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ थे, यह कहना है नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत का|
उन्होंने कहा कि पिछले साल यह आंकड़ा 98 फिसदी था| उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच मोबाइल निर्माण को लेकर सियासी वार-पलटवार हुआ है|
दरअसल भारत के g-20 के शेरपा कांत मंगलवार को g-20 दिल्ली शिखर सम्मेलन समावेशी विकास और वैश्विक दक्षिण का उदय विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे|
इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में कहा कि 2014 में भारत की लगभग 81 फ़ीसदी मोबाइल हैंडसेट की मांग चीनी आयात से पूरी होती थी, लेकिन आज हालात बदल गए हैं और वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता देश बन गया है| 2014-2022 के दौरान भारत में दो अरब से ज्यादा मोबाइल हैंडसेट का निर्माण हुआ है|
कहां की 2023 में भारत में मोबाइल हैंडसेट निर्माण का आंकड़ा 27 करोड़ को पार कर जाएगा| अपनी पोस्ट में यह भी कहा है कि वर्तमान में भारत में निर्मित होने वाले 20 फ़ीसदी मोबाइल हैंडसेट का निर्माण किया जाता है| 2014 से 2022 के दौरान देश में मोबाइल का निर्माण 23 फीसदी साड़ी चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़ा है|
