26 जनवरी 1950 को आज ही के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था| आज भारत देश एक संविधान व लोकतांत्रिक राष्ट्र बन गया| सन् 1950 से लेकर 26 जनवरी के दिन को प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है|
हम सभी जानते हैं कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है| भारतीय संविधान में जितनी विविधताएं हैं उतनी दुनिया के अन्य किसी देश के संविधान में नहीं है| इसके अलावा भारत का संविधान सबसे बड़ा लिखित संविधान है| भारत के संविधान की लिखित मूल प्रति आज भी सुरक्षित है, जो हाथ से बने कागज पर लिखा है|
भारत के संविधान में हर भारतीय नागरिक के लिए अधिकार और कर्तव्य निर्धारित हैं|
बताते चलें कि भारत की आजादी के लगभग 3 साल बाद भारतीय संविधान को लागू किया गया| कहने का मतलब यह है कि संविधान के निर्माण में लगभग 2 साल से अधिक वक्त लगा|
अब जानते हैं भारतीय संविधान को किस प्रकार तैयार किया गया|
बता दें कि भारत में 1950 से पूर्व भारत सरकार अधिनियम एक्ट (1935) लागू था| जिसको 26 जनवरी 1950 को हटा दिया गया और भारतीय संविधान को लागू किया गया| भारत की आजादी से पूर्व ही संविधान के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई थी| 9 दिसंबर 1946 को संविधान के निर्माण के लिए पहली बैठक बुलाई गई|
आजादी के बाद 29 अगस्त 1947 को संविधान सभा की ड्राफ्टिंग समिति का गठन हुआ| गठन के समय ड्राफ्टिंग समिति में 7 सदस्य थे| इन सदस्यों में डॉ. भीमराव अंबेडकर जो ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष थे तथा एन गोपाल स्वामी आयंगर, अलादी कृष्णस्वामी अययार, डॉ. के एम मुंशी, सैयद मोहम्मद सादुल्लाह, एन माधवराव और टी टी कृष्णमाचारी शामिल थे| इन लोगों ने संविधान का एक मसौदा तैयार किया| बता दें कि संविधान सभा के कुल सदस्य 369 थे| इन सदस्यों में 15 महिलाएं थी| ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर को वैज्ञानिक सलाहकार भी नियुक्त किया गया था| इन्होंने अल्पसंख्यकों के अधिकारों के विषय में संबंधित अनुच्छेदों पर बहस के दौरान अपना नजरिया सबके सामने रखा| जिसका असर आज भी देखने को मिलता है| अल्पसंख्यकों के लिए कुछ विशेष कानून बनाए गए|
कुल मिलाकर भारतीय संविधान को बनने में 2 साल 11 माह 17 दिन का वक्त लगा| जिस पर अंतिम रूप से 15 महिलाओं समेत 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए| भारतीय संविधान का अंतिम मसौदा 4 नवंबर 1948 को डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा में पेश किया| इसमें संविधान की धाराओं पर विचार विमर्श किया गया| बाद में 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा में भारत का संविधान पारित किया और 2 महीने बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान को लागू किया गया|
आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि इसे लागू करने में 2 महीने का समय क्यों लगा – क्योंकि 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था| इसी दिन को गणतंत्र दिवस के तौर पर भारत में मनाने का फैसला करते हुए संविधान को लागू किया| भारतीय संविधान को तैयार करने से पूर्व अलग-अलग देशों के संविधान का अध्ययन किया गया| जिसके पश्चात अलग-अलग देशों के संविधान से अच्छी बातों को भारतीय संविधान में समाहित किया गया| इसके तहत अमेरिका से भारतीय संविधान की प्रस्तावना ली गई| कुल मिलाकर भारतीय संविधान में मूल रूप से 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां शामिल है| बता दें कि सविधान लागू होने से अब तक संविधान में 103 संशोधन किए जा चुके हैं|