आज दिनांक 28 जनवरी 2024 को रविवार के दिन इस वर्ष के पहले ‘ मन की बात’ कार्यक्रम के एपिसोड में जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर वर्ष पद्म पुरस्कारों की विश्वसनीयता और सम्मान बढ़ रहा है और इस वर्ष शीर्ष नागरिक सम्मानों के लिए प्राप्त नामांकन 2014 की तुलना में 28 गुना अधिक है।
उन्होंने रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन में कहा कि दोस्तों मुझे इस बात की खुशी है कि पिछले दशक में पद्म पुरस्कार प्रदान करने की प्रक्रिया पूरी तरह से बदल गई है और अब यह पुरस्कार लोगों का पद्म बन गया है। पद्म पुरस्कार प्राप्त करने की प्रणाली में कई बदलाव हुए हैं और लोगों को इसमें खुद को नॉमिनेट करने का मौका मिलता है जिससे पता चलता है कि पद्म पुरस्कार की प्रतिष्ठा, विश्वसनीयता और सम्मान हर वर्ष बढ़ता जा रहा है तथा मैं इस वर्ष में इस सम्मान पाने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं”। संबोधन के दौरान उन्होंने पद्म पुरस्कारों की चर्चा करते हुए इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि पद्म पुरस्कार 1954 में स्थापित किए गए जो कि भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है। यह पद्म पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाते हैं जो कि तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं। पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री। यह पुरस्कार गतिविधियों या विषयों के उन सभी क्षेत्रों में उपलब्धियों को मान्यता देना चाहता है जहां सार्वजनिक सेवा का एक तत्व शामिल है।