देश में इस तरह से बढ़ेंगे पेट्रोल और डीजल के दाम…… दाम बढ़ने की यह है सबसे बड़ी वजह

भारत में पिछले 3 महीनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत देखने को मिल रही थी मगर 2 दिन पहले इन कीमतों में 80-80 पैसे की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पिछले 3 महीनों में तेल की कंपनियों ने लागत से कम कीमत पर उपभोक्ताओं को तेल बेचा है और बीते 3 महीने में तेल की कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली। जिस कारण इन 3 महीनों में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने कुल 19000 करोड रुपए की हानी उठाई है। बता दे कि बीते वर्ष 2021 में नवंबर माह में भारत ने औसतन 89.34 डॉलर प्रति बैरल की दर से क्रूड की खरीदारी की थी और यही दाम दिसंबर में घटकर 83.45 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गए। जिसके बाद जनवरी माह 2022 में फिर यह दाम बढ़कर 97.09 डॉलर प्रति बैरल और फरवरी 2022 में बढ़कर 108.70 पहुंच गए थे जिस कारण अधिक लागत लगने पर कम दामों में तेल बेचने से तेल कंपनियों ने कई करोड़ों का घाटा उठाया है। बता दे कि देश में अब तेल की कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़े-थोड़े अंतराल पर वृद्धि करेगी ताकि वह अपनी कंपनी को हुए घाटे की भरपाई कर सकें और इस मामले में सरकार भी कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी क्योंकि बीते दिनों कंपनियों ने काफी घाटा उठाया है।