
आज दिनांक 1 अप्रैल 2022 को चैत्र अमावस्या के दिन उत्तराखंड की धर्म नगरी हरिद्वार में उत्तराखंड तथा बाहर से श्रद्धालु गंगा स्नान और अपने पितरों की पूजा के लिए आए। कई लोगों ने यहां पर गंगा स्नान किया और पितरो तथा कुल देवताओं की पूजा की। ज्योतिषाचार्य पंडित शक्तिधर शर्मा शास्त्री द्वारा जानकारी दी गई कि शास्त्रों में चैत्र मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या का काफी महत्व है इस दिन जो लोग अपने पितरों की पूजा करते हैं तथा गंगा स्नान करते हैं उन्हें उसका हजार गुना अधिक फल मिलता है तथा यह पूजा एक अश्वमेध यज्ञ करने के समान ही होती है और उसी के जितना इसमें फल प्राप्त होता है। बता दे कि वर्ष में दो बार नवरात्र आते हैं और नवरात्रों के आगमन पर ही ऋतु परिवर्तन होता है। और चैत्र कृष्ण अमावस्या के दिन तो इष्ट देवता पित्र देवता आदि कुल देवताओं की पूजा करने का विधान है। क्योंकि इस दिन पूजा करने वाले को कई गुना अधिक फल मिलता है। बता दें कि नवरात्रि के आगमन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मीट और मांस की दुकानें बंद करने की मांग भी की है।और साथ में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
