
नई दिल्ली| अब ऐतिहासिक इमारतों का जिम्मा सांस्कृतिक मंत्रालय उठाएगा| पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) इन ऐतिहासिक इमारतों को संभालता था|
बताते चलें कि संस्कृति मंत्रालय लाल किले की तर्ज पर देश भर के 1,000 ऐतिहासिक स्मारकों की देखरेख व रखरखाव का जिम्मा उद्योगों को देने जा रहा है| बदले में उद्योग विज्ञापन व ब्राडिंग से खर्चा निकालेंगे| इसके अंतर्गत कांगड़ा का पुराना किला, हम्पी, अजंता-एलोरा, एमपी का मांडू, गोलकुंडा, यूपी के ऐतिहासिक स्मारक शामिल है|
केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय के सचिव अरविंद गोविंद मोहन के अनुसार, स्मारक मित्र योजना को दोबारा नए रंगरूप के साथ बनाया जाएगा| 15 फरवरी तक योजना शुरू करने की तैयारी है| उम्मीद है कि 15 अगस्त तक 500 ऐतिहासिक स्मारक उद्योगों को अधिगृहित करने के लिए दे दिए जाएंगे|
स्मारकों को अधिगृहित करने के लिए जिंदल ग्रुप, टाटा ग्रुप, इन्फोसिस, yatra.com जैसे उद्योगों ने अपनी इच्छा जताई है|
बता दें कि इसके लिए सांस्कृतिक मंत्रालय वेबसाइट तैयार करेगा| इसमें स्मारकों की सूची, इतिहास, सुविधाएं, टिकट आदि की जानकारी भी होगी| स्मारकों में प्रोजेक्शन मैपिंग से साउंड एंड लाइट शो, इंटरप्रिटेशन सेंटर, सेविनियर शॉप, कैफेटेरिया, ऑडियो विजुअल सेंटर, दिव्यांगों को मदद के लिए रैंप वॉक वाईफाई की सुविधा भी मिलेगी|


